बिकाऊ है ये मंदिर!, यहां मुख्यमंत्री की रोज की जाती है पूजा. जाने क्या है पूरी बात….

हैदराबाद तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव के एक प्रशंसक, जिन्होंने उनकी प्रतिमा के साथ एक मंदिर बनाया था, उन्होंने अब इसे बेचने का फैसला किया है. उनका कहना है कि उन्होंने उनके (केसीआर) प्रति श्रद्धा खो दी है. इसलिए वो ऐसा कर रहे हैं.

इसे भी पढ़े : ओएमआर शीट (OMR Sheet) किसे कहते है ? ये कैसे कम करता है. एग्जाम में ओएमआर शीट भरने का सही तरीका!


कभी केसीआर के कट्टर अनुयायी गुंडा रविंदर ने 2016 में मंचेरियल जिले के दांडेपल्ली मंडल मुख्यालय में अपने घर में केसीआर की संगमरमर की मूर्ति के साथ मंदिर का निर्माण किया था. रविंदर और उनका परिवार लोकप्रिय नेता को भगवान की तरह पूजता था.

इसे भी पढ़े : कौन है ऐसा बाप जिसने अपनी ही बेटी को किया सरेआम किस, और उससे ही करना चाहता था शादी


तेलंगाना आंदोलन में सक्रिय रूप से भाग लेने का दावा करने वाले रविंदर, तेलंगाना राष्ट्र समिति प्रमुख के प्रति अपनी श्रद्धा के रूप में मंदिर को गर्व से प्रदर्शित करते थे. ‘तेलंगाना के प्यारे बेटे और चार करोड़ लोगों की आशा’ मंदिर पर लिखा उन्होंने मंदिर निर्माण और प्रतिमा स्थापित करने पर 3 लाख रुपये खर्च किए. उन्होंने इसके लिए कर्ज लेने का दावा किया. अब उन्होंने मूर्ति को ढक दिया है और कर्ज चुकाने के लिए इसे बेचना चाहते हैं.

इसे भी पढ़े : क्‍या है तालिबान का इतिहास? कब हुवा तालिबान का जन्म? और किसने बनाया तालिबान को?


रविंदर ने आरोप लगाया कि तेलंगाना राज्य के गठन के बाद उन्हें टीआरएस में उचित मान्यता नहीं मिली. उनका कहना है कि उन्हें केसीआर या उनके बेटे केटीआर से मिलने का भी मौका नहीं मिला. हाल ही में बीजेपी में शामिल हुए रविंदर ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है कि वह केसीआर की मूर्ति और मंदिर को बेचना चाहते हैं.

This post has already been read 24817 times!

Sharing this

Related posts